Monday, November 6, 2017

कह नानी -ऐसी कहानी

कह नानी -ऐसी कहानी
नानी कह तू एक कहानी,
फोन ना भाता,ना ही टी वी
मैं तो सुनूंगा तेरी ज़ुबानी,
आज सुनाओ नयी कहानी

वीर जो बालक,मान जो पाते,
इतनी हिम्मत कहाँ से लाते
बहादुरी में मैडल पाते,
कैसे साहस वो कर पाते !

नानी मुझको वीर बना दो ,
विवेकानंद सा धीर बना दो,
देश का नाम  करूँ मैं ऊँचा
ऐसी तुम शमशीर बना दो।

वीरों की सुनूंगा कहानी,
जो रट  जाए मुझे ज़बानी
बनूंगा सच्चा हिन्दुस्तानी ,

जिसने हार कभी ना मानी।

Written for the magazine -The Kids Times.

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